अक्षय तृतीया पर्व वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया
तिथि को मनाया जाता है। इस साल 9 मई 2016 को मनाया जायेगा।किसी भी कार्य को करने के
लिये कोई शुभ मुहुर्त ना मिल रहा हो तो नई शुरुआत करने के लिये अक्षय तृतीया का दिन
बेहद शुभ माना जाता है। गोचर में शुक्र अस्त होने के कारण विवाह कार्य नहीं हो सकते। अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। इस
दिन स्वर्ण आभूषणों की ख़रीद को भाग्य की व्रिधि से जोडा़ जाता है। इस दिन को सबसे
पवित्र दिनों में से एक माना जाता है। पौराणिक मान्यता के
अनुसार त्रेता युग की शुरुआत भी इसी दिन से हुई थी। अक्षय तृतीया या आखा तीज भगवान
परशुराम विष्णु के छठे अवतार का जन्मदिन है।'परशु' प्रतीक है पराक्रम का। 'राम' पर्याय है सत्य सनातन का। इस प्रकार परशुराम का अर्थ हुआ पराक्रम के कारक और सत्य के धारक।