श्री कृष्ण जन्माष्टमी

                        


श्री कृष्ण जन्माष्टमी हिन्दू धर्म का पवित्र और प्रसिद्ध त्योहार है। जन्माष्टमी हिन्दू कैलेण्डर के अनुसार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की आठवी तिथि को यह त्योहार मनाया जाता है। भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मध्यरात्रि रोहिणी नक्षत्र में देवकी व श्री वासुदेव के पुत्र रूप में श्री कृष्ण जी ने मथुरा में जन्म लिया था। इसे भगवान् श्री कृष्ण के जन्म दिन के रूप में मनाया जाता हैं। जन्माष्टमी को गोकुलाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। जन्माष्टमी महाराष्ट्र मे दही-हांडी के लिए विषेश प्रसिद्ध है। सम्पूर्ण भारत में जन्माष्टमी पर कृष्ण मंदिरों में समारोह किये जाते हैं। मथुरा और वृंदावन की जन्माष्टमी जहाँ भगवान् श्रीकृष्ण ने अपना बचपन बिताया था वहां की जन्माष्टमी दुनिया भर में प्रसिद्ध  है। जन्माष्टमी के दिन लोग उपवास रखते हैं तथा आधी रात में भगवान् श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को मनाकर उपवास को फलाहार के द्वारा खोला जाता है। यह उपवास मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला होता है। सभी मंदिरो में कीर्तन एवं भजनो का आयोजन किया जाता है।

इस वर्ष कृष्ण जन्माष्ठमी कई जगह 14 अगस्त को और कई जगह 15 अगस्त को मनाई जायेगी। 14 अगस्त को सप्तमी समापत हो कर अष्ठमी लग जायेगी। जो की 15 अगस्त 2017, 17:39 बजे तक रहेगी।