कंकण सूर्य ग्रहण


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के मध्य आता है और चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य एक ही रेखा पर आ जाते है तब सूर्य ग्रहण होता है। भाद्रपद अमावस्या दिन गुरुवार 1 सितंबर 2016 को कंकण सूर्य ग्रहण होगा जो कि भारत में दिखाई नहीं देगा। यह ग्रहण केवल दक्षिणी एशिया के देशो में,अफ्रीका के देशो में,पूर्वी ऑस्ट्रेलिया,हिन्द -महासागर और अंटार्टिका में दिखाई देगा।
भारतीय समय के अनुसार ग्रहण का प्रारम्भ और समाप्तिकाल इस प्रकार होगा:-
ग्रहण प्रारम्भ 11:41, कंकण प्रारम्भ 12:46, परमग्रास 14:30 ,कंकण समापत 16:24 ,ग्रहण समापत 17:29. भारत में ग्रहण दिखाई न देने के कारण स्नान,सूतक, दान का विचार नहीं होगा लेकिन भाद्रपद अमावस्या के सम्बन्ध में स्नान,दान और पितृ -अर्पण किया जा सकता है।
दूसरा कंकण सूर्य ग्रहण 26 फरवरी 2017 फाल्गुन अमावस्या दिन रविवार को होगा। ये भी भारत में दिखाई नहीं देगा केवल दक्षिणी पश्चिमी अफ्रीका,प्रशांत अटलांटिक,अंटार्टिका, हिंदमहासागर और दक्षिणी अमरीका के दक्षिणी पश्चिमी देशो में दिखाई देगा।
भारतीय समय के अनुसार ग्रहण का प्रारम्भ और समाप्तिकाल इस प्रकार होगा:-  ग्रहण प्रारम्भ 17:41, कंकण प्रारम्भ 18:46, परमग्रास 20:23, कंकण समापत 22:01, ग्रहण समापत 23:06. भारत में ग्रहण दिखाई न देने के कारण स्नान,सूतक, दान का विचार नहीं होगा लेकिन फाल्गुन अमावस्या के सम्बन्ध में स्नान,दान और पितृ -अर्पण किया जा सकता है