हिन्दू कैलेंडर के अनुसार चैत्र प्रतिपदा के दिन
हिन्दू नववर्ष विक्रमी संवत्सर की शुरुआत होती है और प्रतिपदा से आरंभ हो कर नवमी तक
मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना और उपवास का विधान है। माँ नवदुर्गा की कृपा
पाने के लिए नवरात्रो के नौ दिन बहुत खास महत्व रखते हैं। इस वर्ष चैत्र नवरात्रो का
पर्व 28 मार्च 2017 से ले कर 5 अप्रैल 2017 मनाया जायेगा। ज्योतिष द्रिष्टि से सूर्य
12 राशियो का भ्रमण पूरा करने के बाद फिर से प्रथम राशि मेष में प्रवेश करता है और
ग्रीष्म ऋतू की शुरुआत हो जाती है।
प्रतिपदा तिथि क्षय होने के कारण घटस्थापना महूर्त
अमावस्या तिथि के दिन निर्धारित किया गया है प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ 28 मार्च 2017
को 08 :26 और प्रतिपदा तिथि समापत 29 मार्च 2017 को 05 :44 पर
घटस्थापना का मुहूर्त सुबह 8:26 से लेकर 10:24 तक
शुभ चौघड़िया मुहूर्त घटस्थापना के लिए :-
चर - 09 :23 से 10 :55
लाभ -10 :55 से 12 :26
अमृत -12 :26 से 13 :58
अभिजीत मुहूर्त :-12:01 से 12:50
पहला नवरात्र
28 मार्च प्रथमा तिथि दिन मंगलवार :- पूजन माँ शैलपुत्री
दूसरा नवरात्र 29 मार्च द्वितीया तिथि दिन बुधवार :- पूजन माँ ब्रह्मचारणी
तीसरा नवरात्र 30 मार्च तृतीया तिथि दिन बृहस्पतिवार
:- पूजन माँ चंद्रघंटा
चौथा नवरात्र 31 मार्च चतुर्थी तिथि दिन शुक्रवार
:- पूजन माँ कुष्मांडा
पांचवा नवरात्र 01 अप्रैल पंचमी तिथि दिन शनिवार
:- पूजन माँ स्कंदमाता
छठा नवरात्र 02 अप्रैल षष्टी तिथि दिन रविवार :-
पूजन माँ कात्ययानी
सातवा नवरात्र 03 अप्रैल सप्तमी तिथि दिन सोमवार
:- पूजन माँ कालरात्रि
आठवा नवरात्र 04 अप्रैल अष्ठमी तिथि दिन मंगलवार
:- पूजन माँ महागौरी
नवम नवरात्र 05 अप्रैल नवमी तिथि दिन बुधवार :- पूजन
माँ सिद्धिदात्री राम नवमी